Dussehra क्यों मानते हैं ?
दशहरा को विजयदशमी के रूप में भी जाना जाता है, यह नवरात्रि के नौ दिनों के बाद दसवें दिन मनाया जाता है। नौ दिनों का नवरात्रि वह दिन होता है जब भक्त देवी दुर्गा की पूजा करते हैं। जिसमें श्रद्धालु पूरे नौ दिन उपवास करते हैं। भगवान राम द्वारा राक्षस रावण के वध को याद करने के लिए लोग दिन मनाते हैं। उसी दिन देवी दुर्गा द्वारा अहंकारी महिषासुर का वध किया गया। दोनों यह संदेश फैलाते हैं कि अच्छाई हमेशा जीतती है चाहे कोई भी हो।
Dussehra पूजा का भारत में इतिहास:
17 वीं शताब्दी में जब मैसूर के राजा ने दशहरे को भव्य रूप से मनाने का आदेश दिया था, उस दिन से दशहरे का उत्सव शुरू हो गया था और अब भी, लोग उस दिन को बड़े हर्ष और खुशी के साथ मनाते हैं। रामायण के अनुसार, दशहरे से बहुत सारी पौराणिक कथाएँ जुड़ी हैं।
यह मान्यता है की ,भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया था। भगवान राम ने रावण से बदला लिया क्योंकि उसने उनकी पत्नी देवी सीता का अपहरण कर लिया था। इतिहास में यह भी कहा जाता है की उसी दिन माँ दुर्गा ने दानव महिषासुर का भी वध किया था। जैसे कि ब्रह्मा से जी वरदान पाने के बाद वह अहंकारी और क्रूर हो गया था , और वह निर्दोष लोगों को मारना शुरू कर दिया था , देव लोक के लोगों को बचाने के लिए ब्रह्मा जी ने , विष्णु और महेश अर्थात शिव जी से प्रार्थना करते हैं। इस प्रकार से भगवान विष्णु जी महिला रूप करते है तथा शिव जी के त्रिशूल से महिसा सुर का बध करते है।
इस दिन को बड़े पैमाने पर बुराई पर अच्छाई की उपस्थिति को याद करने के लिए मनाया जाता है। दशहरा का त्यौहार बांग्लादेश में भी मनाया जाता है। भारत में, यह मैसूर में बहुत बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। दशहरे पर भक्त माँ चामुंडेश्वरी की पूजा करते हैं और शहर के सभी प्रमुख स्थानों पर देवी दुर्गा की प्रतिमा को रखा जाता है व उनकी पूजा करते है।
Dussehra कब है 2022 में ?
इस बर्ष विजया दशमी 5th October'2022 को मनाया जाना तय है । इस साल मलमास (अधिकमास) होने के कारण नवरात्रि और दशहरा पर्व एक महीने देर से मनाया जायेगा । 25th September'2022 से नवरात्रि शुरू हो रही है। जबकि 4,October को रामनवमी है।
अपने सभी प्रियजनों को! दशहरा की शुभकामनाएँ या संदेश [Dusshera wishes] भेजें।
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